Lecture 13 – काव्य प्रयोजन


Friday 25 Nov 2011, 09.30 – 11.00 

इस बार आपको काव्य प्रयोजन सिखाया गया.

बाद में इस विषय पर विस्तार से लिखूँगा..

अभी के लिए कक्षा के लेक्चर पर ही ध्यान दीजिए और साथ ही सभी से अपेक्षा है कि अपनी तैयारी जारी रखें.

यह विषय पूरा कर दिया गया.

याद रखने वाली बात है कि काव्य प्रयोजन किस उद्देश्य से काव्य लिखा जाता है – यश , स्वात:सुखाय, समाज-कल्याण, आत्म-संतुष्टि, सामाजिक प्रीति, ज्ञान-वर्द्धन आदि…

यह भी याद रखिए कि युग के बदलने के साथ साथ, समाज में परिवर्तन के आने से, काव्य के प्रयोजनों में भी बदलाव आता है.. परंतु यह अंतत: मानवीयता पर ही केंद्रित है.

शेष बाद में.

 

Lecture 13 – Class Test & Presentation on दोस्ती


Saturday 19 Nov 2011, BA PT, 12.30 – 15.30

सभी को नमस्कार.

आज की कक्षा में प्रेमासाई एवं लोवराता द्वारा “दोस्ती” कहानी पर प्रस्तुतीकरण रहा. दोनों लोगों की तैयारी सराहनीय थी, विशेषकर उनकी विश्लेषण-शक्ति प्रशंसनीय थी. उनका प्रस्तुतीकरण का सीधा संबंध मॉरीशस के समाज से रहा साथ ही उन्होंने मानवीय संबंधों के रेशे को भी हमारे सामने खोला.

इससे पहले मैंने आप लोगों को एक क्लास टेस्ट दिया था. शीर्षक था – “पठित कहानियों में से किन्हीं दो कहानियों के दो पात्रों का मनोवैज्ञानिक अध्ययन कीजिए.”

NOTE:

We are having an Additional Class on Wednesday 23 NOV 2011 at 14hrs15. I request all of you to be present. We decided on this in our class before.